अनुशासन की सीख देते भारतीय अखाड़े

पहलवानों की आपराधिक संलिप्तता से कुश्ती का बड़ा नुकसान खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कुश्ती सिर्फ खेल ही नहीं भारतीय संस्कृति का अभिन्न दस्तूर है। यही खेल ऐसा है जोकि गांव-गांव खेला जाता है। पिछले महीने दिल्ली के छत्रसाल अखाड़े में जो हुआ उससे न केवल अखाड़े कलंकित हुए बल्कि पहलवानों के दामन पर भी गहरे दाग लग गए हैं। जांच चल रही है, ऐसे में किसी को अभी से गुनहगार ठहराना उचित नहीं है। मामले को देखें तो यह खूनी खेल कई तरह के इशारे करता है।.......

बड़े अजीब हैं भारतीय ओलम्पिक संघ के खजांची आनंदेश्वर पांडेय

खिलाड़ियों पर हुकूमत चलाने वाले भारतीय ओलम्पिक संघ की अजब लीला खिलाड़ियों की डाइट मनी को लेकर खेल मंत्रालय से लगाई गुहार श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। हमारे देश के खेलनहारों की अजब लीला है, पद दर्जनों चाहिए मगर खिलाड़ियों की मदद सरकार करे। सरकार को ही यदि खिलाड़ियों की हर जरूरत पूरी करनी है तो फिर खेल संगठनों की क्या जरूरत। भारतीय ओलम्पिक संघ के खजांची आनंदेश्वर पांडेय की सोच पर तरस आता है। खिलाड़ियों की मदद हो या नहीं मीडिया म.......

शालिनी के हौसले और हिम्मत को सलाम

परेशानियों का रोना रोने की बजाय हमारा समाज ऐसी बेटियों से नसीहत ले श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। परेशानियों का राग अलापने से मुसीबतें कम होने की बजाय बढ़ती हैं। हमारे समाज में बहुत से ऐसे लोग हैं जो सफलता का शार्टकट खोजते हैं ऐसे लोगों को शालिनी सरस्वती जैसी बेटियों से नसीहत लेनी चाहिए जोकि पचास फीसदी से अधिक शारीरिक व्याधियों के बाद भी सम.......

तिरंगे का मान बढ़ाती भारतीय खिलाड़ी बेटियां

खेलों में बेटियों की जयकार श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। भारत बदल रहा है। हमारे समाज की सोच के साथ उसके सरोकारों में भी अब बदलाव दिखने लगा है। कल तक जो क्षेत्र सिर्फ और सिर्फ पुरुषों के लिए आबाद थे, उनमें बेटियां न केवल दखल दे रही हैं बल्कि अपनी कामयाबी से मुल्क के गौरव को चार चांद भी लगा रही हैं। भारत के लम्बे ओलम्पिक इतिहास को देखें तो महिला शक्ति का शानदार आगाज 21वीं सदी में ही हुआ ह.......

मां की महत्वाकांक्षा ने बनाया बेटी साइना को फौलादी

बचपन की स्टेफी का हारना सहन नहीं कर पातीं ऊषा रानी  श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल अपने लगभग हर साक्षात्कार में एक बात जरूर कहती हैं, ‘मैं अपने माता-पिता अपने कोच और अपने देश के लिए खेलती हूं। कोर्ट से बाहर भी ये तीन चीजें उनके लिए सबसे ज्यादा महत्व रखती हैं। लेकिन, शायद ही कुछ लोग इस बात को जानते हों कि अगर आज साइना जैसी खिलाड़ी देश को मिली है तो इसका सबसे ज्यादा श्रेय उनकी मां ऊषा .......

अपनी बेटी और बेटे को बनाऊंगी पहलवानः अलका तोमर

सुशील राजपूत मेरे लिए भगवान, ऐसे लोग बिरले ही होते हैं श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के यश भारती सम्मान और अर्जुन अवॉर्ड से विभूषित सिसोली गांव के नैन सिंह तोमर-मुन्नी देवी की बेटी पहलवान अलका तोमर आज अपने पारिवारिक जीवन से बेहद खुश हैं। अलका का कुश्ती के प्रति लगाव घटने की बजाय और बढ़ गया है। ससुरालीजनों के प्रोत्साहन ने अलका में एक नया जोश और जुनून पैदा कर दिया है। वह अपने बच्चों को पहलवान बनाने का सपना देख रही हैं।.......

उत्तर प्रदेश में डॉ. आनंदेश्वर पाण्डेय करेंगे खिलाड़ियों को आनंदित

सांप निकलने के बाद लकीर पीटने की कवायद कोविड काल में प्रभावित खिलाड़ियों की सूची मांगी श्रीप्रकाश शुक्ला लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सांप निकलने के बाद लकीर पीटने का रिवाज बढ़ता जा रहा है। निदेशालय खेल द्वारा पिछले 14 महीने से घर बैठाए गए लगभग साढ़े चार सौ अंशकालिक प्रशिक्षकों की सुध न ले.......

ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और भारतीय कुश्ती संघ मिलकर करें काम

ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पर यूडब्ल्यूडब्ल्यू की मुहर खेलहित में भारतीय कुश्ती संघ बड़े भाई की भूमिका निभाए श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। जबरा मारै रोवै न देय, कुछ ऐसी ही हरकतें रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया देश में ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ कर रहा है। भारत में खेल संगठनों की रार किसी.......

बुरे दौर से गुजर रही भारतीय टेनिस

चार साल से कोई ग्रैंड स्लैम खिताब नहीं  सबसे ज्यादा 18 खिताब पेस के नाम खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। दुनिया के नम्बर दो खेल टेनिस में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन फर्श पर आ गया है। साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट फ्रेंच ओपन 24 मई से पेरिस में शुरू हो रहा है। भारतीय खिलाड़ी सिंगल्स इवेंट में कभी कोई खिताब नहीं जीत सके हैं लेकिन, मेंस डबल्स, मिक्स्ड डबल्स और वुमंस डबल्स में भारतीय कुछ साल पहले तक नियमित तौर पर चैम.......

धन्य हैं हमारी खिलाड़ी बेटियां

खून की अल्पता के बाद भी बढ़ाती हैं मादरेवतन का मान  श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। हम बेटियों की जीत पर जयकारे लगाते हैं। हमारी हुकूमतें धनवर्षा करती हैं। वह भी जनता के पैसे से उसके वोटों के लिए। खेल, खिलाड़ी को नियमितता की कसौटी पर रोज परखते हैं। समाज की मिथ्या दलीलों के बाद अनगिनत परेशानियों को पराजित कर जब कोई बेटी मुल्क का नाम रोशन करती है तो फख्र के साथ सफेदपोश खेलनहारों पर रंज भी आती है। हाक.......